हिन्दू धर्म में 1 माह तक चलने वाले खरमास 15 जनवरी यानी मकर संक्रांति को समाप्त हो गया है | हिन्दू परम्पराओ के अनुसार इन दिनों किसी भी शुभ कार्यों को नहीं किया जाता है |
इस वर्ष 15 जनवरी से शादी विवाह होना शुरू हो जायंगे | साल के 15 जनवरी को पहला शादी का मुर्हत है | 15 जनवरी से ही सभी शुभ व मांगलिक कार्य होना शुरु हो जायंगे |
इस साल शादी के मुर्हत है इन माह में –
इस वर्ष जनवरी, फरबरी, मार्च में शुरुआती वर्ष में शादी के शुभ मुर्हत है | उसके बाद अप्रैल में कोई भी शादी का मुर्हत नहीं है | अप्रैल के बाद मई और जून में शादी के मुर्हत है जिसके बाद 4 माह के लिए श्री हरी के शयन पर जाने से शादी विवाह रोक दी जाती है | जिसके बाद नवंबर और दिसम्बर में शादी के मुर्हत है |
इस तरह से शादी के मुर्हत पुरे वर्ष में तीन है | जिसमे माह जनवरी, फरबरी, मार्च, मई , जून , नवंबर और दिसंबर माह में शादी के मुर्हत है |
प्रेम विवाह के लिए भी है इस दिन है शुभमुर्हत –
जो जोड़े लव मैरिज करना चाहते है उनके लिए वेलेंटाइन डे के दिन यानी 14 फरबरी को शुभ मुर्हत रखा गया है | हालांकि इस दिन आरेंज मैरिज वाले भी जोड़े शादी कर सकते है |
यह दिन शादी के बंधन और वेलेंटाइन डे उत्सव को जीवनभर मानाने के लिए बेहद अच्छा दिन है | जिसको जोड़े जीवन भर एक ख़ास दिन के रूप में मना सकते है | 14 फरबरी को अनुराधा नक्षत्र में विवाह का शुभमुर्हत सुबह 7 बजकर से लेकर रात 12.26 बजे तक शुभ मुर्हत माना गया है |
यदि आप भी विवाह बंधन में बधना चाहते है तो इस वर्ष 3 सीजन है जिसमे शुभ मुर्हत है | जिन में आप अपने जीवन साथी के साथ एक नया सफ़र की शुरुआत कर सकते है |
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