दार्जिलिंग (Darjeeling)- सिर्फ उत्तम श्रेणी की चाय के उत्पादन के लिये ही नहीं , वल्कि किसी स्वप्न – लोक की भांति अत्यंत खुबसूरत और आकर्षक दिखने के कारण भी दार्जिलिंग नगरी विश्व भर में प्रसीद्ध है |
कंचनजंगा पर्वत – श्रेणी तथा अपनी गोद में प्राकृतिक सुषमा का वैभव समेटे यह नगरी समुद्र तल से 2,134 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है |
इसलिए यहां का मौसम हमेशा खुशगवार रहता है | यहां की हवा स्वाथ्य के लिये काफी लाभप्रद मानी जाती है |
सेंकडो साल पहले इस नगरी का नाम ‘दोर्जलिंग’ था | जिसका अर्थ होता है – रहस्य से भरा स्थान | पहले यहां से दिखने वाली सुन्दरता एक रहस्य सी लगती थी |
इसलिए इसे ‘दोर्जलिंग’ कहा जाता रहा होगा | बाद में यह दार्जिलिंग कहलाने लगा |
दार्जिलिंग (Darjeeling) से कुछ प्रमुख नगरो से दूरी –
- सिलीगुड़ी – 82 किलोमीटर
- गंगटोक – 100 किलोमीटर
- गुवहाटी – 512 किलोमीटर
- कलकत्ता – 655 किलोमीटर
- दिल्ली – 2095 किलोमीटर ( वाया कलकत्ता )
दार्जिलिंग (Darjeeling) जाने का बेहतर समय –
यहां हमेशा मौसम एक समान नहीं रहता , लेकिन ज्यादा उतार चढाव भी नहीं होता है | ठंड में अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेन्टीग्रेड और न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेन्टीग्रेड तथा गर्मी में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेंटीग्रेड और अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेन्टीग्रेड रहता है |
इस प्रकार बेहतर मौसम गर्मी के दिनों में ही रहता है | बरसात के दिनों में अत्यधिक वर्षा होती है और ठंड में अत्यधिक ठंड पड़ती है |
इसलिए यहा घुमने लायक बेहतर समय अप्रैल के प्रारम्भ से जून के मध्य तक तथा सितंबर के मध्य से नवम्बर के मध्य तक रहता है |
दार्जिलिंग (Darjeeling) में देखने के लिये प्रमुख स्थल-
दार्जिलिंग देखने के योग्य कई जगह है जिनमे से कुछ प्रमुख जगह यह है –
लोयड वनस्पतिक उघान ( बोटेनिकल गार्डन )-
लोयड वनस्पतिक उघान के नाम पर स्थापित इस मनभावन उघान का अपना एक अलग आकर्षण है | शहर के मुख्य बाजार मोटर स्टेण्ड के बाजु में थोडा नीचे की तरफ स्थित इस उघान में सेंकडो तरह के पेड़ , पोधो , फूलो आदि को देखा जा सकता है | हाँ , जब आप इस उघान में जाये , तो यहां का हरित ग्रह जरुर देखे |
नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम –
सन्न 1915 में स्थापित इस संग्रहालय तक पहुचने के लिये आपको नगर के प्रमुख क्षेत्र चोरास्ता से थोडा पैदल चलना पड़ेगा | यहां पर दुर्लभ वन्य पशु – पक्षियों के नमूने देखे जा सकते है , जो आमतोर पर सिर्फ दार्जिलिंग क्षेत्रऔर पूर्वी हिमालय क्षेत्र में ही दिखाई पढ़ते है |
ओब्जवेंट्री हिल –
यह दार्जिलिंग की वेह पहाड़ी है , जहां से आप कंचनजंगा की सुंदर चोटियों का अवलोचन कर सकते है | इस पहाड़ी के सिखर पर एक बेहद सुंदर शिव मन्दिर और बोध मठ भी है |
हेप्पी वैली टी एस्टेट –
नगर से 3 किलोमीटर दूर इस जगह का चाय के बाग है | इस स्थान पर चाय की पत्तियों को तेयार करने की प्रक्रिया यहां के किसी अधिकारी से अनुमति लेकर देखी जा सकती है | इन सुंदर चाय के बाग को देखना एक अलग ही सुखद ऐसास है |
रंगीन वैली पेसेंजर रोपवे –
यह रज्जू-पथ नगर से महज 3 किलोमीटर दूर नार्थ पॉइंट (7000 फूट) से शुरू होता है और सिंगला बाजार (800 फूट) तक जाता है | 8 किलोमीटर की यह दूरी इस रज्जू-पथ से तय करने में 45 मिनट लग जाते है | इस रोपवे से नीचे का द्रश्य बेहद ही रोमांचक लगता है |
बताशिया लूप –
नगर से 5 किलोमीटर दूर स्थित यह जगह आमतोर पर पर्यटक देखना नहीं भूलते | अधिकतर नवविवाहित जोड़े इस जगह का आनंद उठाते है |
यहां रेलवे लूप इंजीनियरिंग का अचरजभरा नमूना है | इस जगह पर खिलौना गाड़ी एक अद्भुत मोड़ लेती है | जिसमे बेठ कर सफर करना अलग ही एक बेहतर अनुभव है |
यहां भी घुमने जाये – झीलों की नगरी नैनीताल
घूम मठ –
दार्जिलिंग से 8 किलोमीटर दूर स्थित इस स्थान पर एक बोद्ध मन्दिर है | जिसमे बुद्ध भगवान की एक भव्य प्रीतमा है जो देखने योग्य है |
टाइगर हिल –
नगर से 11 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान पर्यटकों को विशेष रूप से प्रिय है | यदि आप अन्य पर्यटकों की तरह सूर्यास्त होने से पहले पहुच गए , तो मानो आपको ऐसा लगेगा की जीवन भर के लिये आपको एक अमूल्य निधि मिल गयी हो |
दरअसल सूर्यास्त के समय जब एवरेस्ट और कंचनजंगा पर सूर्य की किरणें पड़ती है , तब बेहद सुंदर द्रश्य होता है जिसकी कल्पना करने में भी एक सुंदर ऐसास होता है |
हर थोड़े थोड़े समय में इन चोटियों का रंग का बदलता जाता है | जो वाकई देखने के लायक होता है |
दार्जिलिंग (Darjeeling) में आसपास की जगह –
कुछ अन्य और आसपास की जगह जो घुमने के योग्य है जिनमे से प्रमुख है मिरिक , मिरिक झील , कलिम्पोंग , देवी स्थान , रमिते दारा , चाय बागान , संतरे का बाग आदि प्रमुख जगह है जो आप जरुर घुमने जाये |
दार्जिलिंग आप रेल व वायुयान से अभी डायरेक्ट नहीं पहुचा जा सकता | दार्जिलिंग का निकटम एअरपोर्ट बागडोगरा है जो 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |
यदि रेलमार्ग की बात करे तो दार्जिलिंग का निकटम रेलवे स्टेशन सिलीगुड़ी और न्यू जलपाई गुडी है | ये दोनों स्टेशन देश के अनेक छोटे बड़े शहेरो से जुड़े है |
सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग तक नीली खिलौना ट्रेन से 6-7 घंटे में तय कर सकते है | इस खिलौना गाड़ी का सफर बेहद रोमंचक होता है |
दिल्ली से सिलीगुड़ी के लिये कई ट्रेन मिल जाती है जिनमे से कुछ प्रमुख राजधानी एक्सप्रेस , अरुणाचल एक्सप्रेस , सुन्दरी एक्सप्रेस , आदि है |
नोट : वर्तमान समय में अभी covid–19 के कारण कुछ ट्रेन का आगमन नहीं है | इसलिए जाने से पहले रेलवे के कर्मचारी से जानकारी जरुर लेले |
यात्रा को सुखद , सुंदर व यादगार बनाने के लिये कुछ बातो को घ्यान में अवश्य रखना चहिये –
- अपने परिवार के साथ मिलकर सभी के साथ यह विचार कर ले कि यात्रा कहा जाना है ? यदि आपकी ज़ेब अनुमति दे , तो कम से कम 1000 किलोमीटर की दूरी तय करे | यदि आप ट्रेन से सफर करते है | तो इस दूरी से को पूरा करने में 14 से 18 घंटे लग जाते है | जो कि आपको अपने परिवार के साथ इस समय को बिताने का अवसर मिलता है | इन लम्हों का अनुभव व आनंद ही कुछ अलग होता है | साथ ही कुछ घर लाये हुए खाने की चीजो का स्वाद और भी अधिक बढ़ जाता है | साथ ही हर स्टेशन से कुछ न कुछ खाने की चीजे व सुबह के वक़्त स्टेशन की गर्म कुल्लड वाली चाय व पकोड़े सफर को और भी अधिक सुहाना बना देता है |
- आपको अपनी ट्रेन का रिजर्वेशन पहले से ही करा देना है ताकि आपके पूरे परिवार का रिजर्वेशन कंफ़र्म हो जाये | जिससे आपके सफर में कोई भी बांधा न आ सके |
- अपनी इच्छा की यात्रा का चुनाव का ध्यान रखकर पहले बजट बना ले | साथ ही अपना एटीएम कार्ड साथ रख ले व ध्यान रखे सफर के दोरान अधिक पैसे साथ न रखे |
- यात्रा पर रवाना होने के दो दिन पहले से ही यात्रा पर साथ ले जाने वाली सभी चीजो की सूची बना ले | जैसे- एटीएम कार्ड , मोबाइल चार्जर , कपडे , खाने की चीजे | ऐसे करने से साथ ले जाने वाली चीज नहीं छूटेंगी |
- यात्रा के दोरान हल्के और आरामदायक कपड़े ही ले जाना चहिये | वो भी आवश्यकता अनुसार, अधिक नहीं |
हम उम्मीद करते है यह सफर आपको बहुत पसंद आया होगा | यदि आप इस जगह जा चुके है या फिर जाने का प्लान कर रहे है तो नीचे दिये कमेंट बॉक्स में जरुर बताये |
आप भारत में किस जगह जाना चाहते है हमे कमेंट बॉक्स में बताये | उस जगह की सम्पूर्ण जानकारी हमारी टीम 48 घंटे के अंदर article के माध्यम से पुब्लिस कर देगी |
हर नये सफर के लिये , हमारे article को पढ़ते रहे | आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद |
आप हमसे नीचे दिये बटन join telegram से जुड़े जिससे हर दिन फायदेमंद पोस्ट आप तक पहुचे |ऐसे ही अपना प्यार बनाये रखे आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद| यदि बटन काम न करे | तो दो – तीन बार पेज को रिफ्रेश करे या टेलीग्राम पर सर्च करे @everythingpro_in|
Join Telegramयहाँ भी जाये घुमने :
- चंबा हनीमून मानाने की नये जोड़ो की पहली पसंद
- कोडैकनाल सुन्दरता का खजाना
- अधिकतर भारत के लोग जाते है इस शानदार जगह पर