क्रिकेट के इतिहास में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो रातों-रात सितारों की तरह चमक उठते हैं, और फिर धीरे-धीरे अपनी प्रतिभा से इतिहास रचने लगते हैं। सुयश शर्मा (Suyash Sharma) उन्हीं चुनिंदा नामों में से एक हैं।
2023 के आईपीएल में अचानक से सुर्खियों में आए इस युवा लेग-स्पिनर ने 2025 तक क्रिकेट की दुनिया को कैसे अपने जादू से मोहित किया?
यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी की मेहनत, संघर्ष और सपनों का सफर है जिसने अपनी अनूठी शैली से स्पिन गेंदबाजी की परिभाषा ही बदल दी।
दिल्ली की गलियों से इंडियन प्रीमियर लीग तक: सुयश का शुरुआती सफर
सुयश शर्मा का जन्म 2003 में दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। पारंपरिक भारतीय परिवारों की तरह, क्रिकेट उनके लिए एक शौक से ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन 14 साल की उम्र में एक स्थानीय टूर्नामेंट में उनकी लेग-स्पिन ने कोच संजय भारद्वाज का ध्यान खींचा।
संजय, जो दिल्ली के जाने-माने स्पिन कोच हैं, ने सुयश में छुपी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें सिस्टमैटिक ट्रेनिंग देना शुरू किया।
सुयश की खासियत उनकी **”गुगली”** थी—एक ऐसी डिलीवरी जो न सिर्फ तेज थी, बल्कि उस पर अप्रत्याशित मात्रा में स्पिन होती थी।
2022 में उन्होंने दिल्ली की अंडर-19 टीम के लिए डेब्यू किया और घरेलू टूर्नामेंट्स में 25 मैचों में 38 विकेट लेकर सुर्खियां बटोरीं।
लेकिन असली मोड़ आया 2023 के आईपीएल ऑक्शन में, जब कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने उन्हें मात्र 20 लाख रुपये में खरीदा।
2023 आईपीएल: अनदेखी प्रतिभा का विस्फोट
2023 का आईपीएल सुयश के लिए जीवन बदलने वाला साबित हुआ। टीम में सन्नार्डीन और वरुण चक्रवर्ती जैसे अनुभवी स्पिनर्स के साथ प्रतिस्पर्धा होने के बावजूद, कोच चंद्रकांत पंडित ने उन पर भरोसा दिखाया। सुयश ने अपने डेब्यू मैच में ही 3 विकेट लेकर सबको चौंका दिया। उनकी **”करंट बॉल”** (तेज गति वाली गुगली) ने विराट कोहली और फाफ डु प्लेसिस जैसे दिग्गजों को भी चकमा दिया।
पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 14 मैचों में **19 विकेट** लिए, जिसमें 5.8 की आकर्षक इकॉनमी रेट शामिल थी। लेकिन उनकी असली ताकत थी **”क्लच मोमेंट्स”** में परफॉर्म करना। क्वालिफायर में गुजरात टाइटंस के खिलाफ 18वें ओवर में 2 विकेट लेकर मैच पलट देना उनकी बड़ी उपलब्धि रही।
2024-2025: द इवोल्यूशन ऑफ सुयश शर्मा
2023 की सफलता के बाद सुयश ने अपने गेम को और निखारा। कोलकाता के हेड कोच चंद्रकांत पंडित के मुताबिक, *”सुयश में वो भूख है जो बड़े खिलाड़ियों में होती है। वह हर मैच के बाद अपनी गेंदबाजी का वीडियो एनालिसिस करता है और फील्डिंग ड्रिल्स में सबसे आखिरी तक रुकता है।”
2024 आईपीएल में उन्होंने 22 विकेट के साथ टूर्नामेंट का अंत किया और पर्पल कैप जीता। लेकिन 2025 में उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया—एक सीजन में 27 विकेट, जो किसी भी स्पिनर द्वारा सबसे ज्यादा है। इस साल उनकी गेंदबाजी में दो नए हथियार जुड़े:
1. “साइलेंट स्पिन: ऑफ-स्पिन की तरह दिखने वाली गेंद जो बाउंस के बाद लेग-स्पिन हो जाती है।
2. “स्लो टॉस: टी20 के आक्रामक बल्लेबाजों को धोखा देने के लिए धीमी गति की फ्लाइटेड डिलीवरी।
भारतीय टीम में प्रवेश: टेस्ट क्रिकेट की चुनौती
2024 के अंत में, सुयश को भारतीय टीम में टी20 और वनडे सीरीज के लिए चुना गया। लेकिन उनका असली सपना टेस्ट कैप पाना था।
2025 की इंग्लैंड टूर में, चेल्सी में हुए टेस्ट मैच में उन्हें डेब्यू का मौका मिला। पहली पारी में 4 विकेट लेकर उन्होंने साबित किया कि वह सिर्फ लिमिटेड-ओवर्स के खिलाड़ी नहीं हैं।
उनकी “सीम स्विंग” करने वाली गुगली ने जो रूट और जॉनी बेयरस्टो को पवेलियन भेजा, वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में याद किया जाएगा।
स्पिन का नया फिलॉसफी: सुयश की अनोखी रणनीति
सुयश की सफलता का राज उनकी “माइंड गेम है। वह बल्लेबाजों को पढ़ने में माहिर हैं। उदाहरण के लिए, आईपीएल 2025 के फाइनल में, उन्होंने हार्दिक पांड्या को एक ऐसी गेंद फेंकी जो पहले तो ऑफ-स्टंप पर जाती दिखी, लेकिन पिच पर बाउंस होकर लेग साइड में टर्न हो गई। हार्दिक ने गेंद को मिस किया और स्टंप्स उड़ गए।
उनकी टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर कहते हैं, *”सुयश सिर्फ गेंदबाज नहीं, एक स्ट्रेटजिस्ट है। वह हर बल्लेबाज के पिछले 10 इनिंग्स का डाटा स्टडी करके आता है।
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चैलेंजेज एंड कम्बैक: 2024 की चोट और वापसी
2024 के आईपीएल के दौरान सुयश को कंधे की चोट आई, जिससे वह 3 महीने मैदान से दूर रहे। इस दौरान उन्होंने योग और मेंटल कोचिंग के जरिए खुद को तैयार किया। उनके फिजियो सचिन अंसारी बताते हैं, “उन्होंने रिकवरी को एक चुनौती की तरह लिया। रोज 6 घंटे की फिजियोथेरेपी और डाइट पर कंट्रोल ने उन्हें और मजबूत बनाया।”
ऑफ द फील्ड: द साइलेंट हीरो
सुयश शर्मा कोर्ट के बाहर शांत और संयमित व्यक्तित्व के मालिक हैं। वह दिल्ली के एक एनजीओ “स्पिन फॉर चेंज” के साथ जुड़े हैं, जो गरीब बच्चों को क्रिकेट कोचिंग देता है। उनका कहना है, *”मैं चाहता हूं कि जिस तरह मुझे मौका मिला, वैसे ही और बच्चों को भी मिले।
2025 और उसके बाद: क्या है सुयश का लक्ष्य?
2025 के अंत तक सुयश शर्मा को **ICC मेन्स टी20 वर्ल्ड कप** में भारत की अगुवाई करने का मौका मिल सकता है। उनके कोच मानते हैं कि अगले 5 सालों में वह भारत के लिए **400+ विकेट** ले सकते हैं। लेकिन सुयश का सपना है—”टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट और भारत को विश्व चैंपियन बनाना।”
सुयश शर्मा की सफलता का मंत्र
1. अनुकूलन क्षमता: हर पिच और बल्लेबाज के हिसाब से गेंदबाजी में बदलाव।
2. मेंटल टफनेस: प्रेशर में शांत रहना और गलतियों से सीखना।
3. टीम फर्स्ट: विकेट लेने के बजाए मैच जिताने पर फोकस।
स्पिन का नया युग
सुयश शर्मा सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि उस पीढ़ी का प्रतीक हैं जो टी20 के इस दौर में भी टेस्ट क्रिकेट की महत्ता को बचाए रखना चाहती है।
2025 तक वह न सिर्फ भारत बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे विश्वसनीय स्पिनर बन चुके हैं। जैसे शेन वॉर्न ने 90s में स्पिन को रीडिफाइन किया था, वैसे ही सुयश 2025 में नया अध्याय लिख रहे हैं।