40 हज़ार करोड़ रुपए के S-400 सुदर्शन चक्र बचा रहा है कई जान

S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ भारत का रक्षक

भारत की वायु रक्षा प्रणाली में S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह प्रणाली भारत की सुरक्षा को मजबूत करने में सहायक है और इसके तकनीकी गुण इसे अन्य प्रणालियों से अलग बनाते हैं।


1. S-400 ‘सुदर्शन चक्रका परिचय:

  • S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एक उन्नत वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली है, जिसे रूस से प्राप्त किया गया है।
  • यह प्रणाली विभिन्न प्रकार की मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में सक्षम है, जैसे कि बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल, और फाइटर जेट्स।

2. तकनीकी विशेषताएँ:

  • रेंज: 400 किमी तक
  • ऊंचाई: 30 किमी तक
  • मिसाइल प्रकार: 40N6E, 48N6, 9M96E2, 9M96E
  • रडार सिस्टम: 91N6E रडार, 55K6E कमांड पोस्ट
  • लॉन्च प्लेटफॉर्म: मोबाइल ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर

3. भारत में तैनाती:

  • पहली स्क्वाड्रन पंजाब में 2021 में तैनात की गई।
  • अन्य स्क्वाड्रन पूर्वोत्तर और राजस्थान-गुजरात क्षेत्र में तैनात की गई हैं।
  • प्रत्येक स्क्वाड्रन में दो बैटरियां होती हैं, जिनमें छह लॉन्चर, रडार सिस्टम, और मोबाइल कमांड यूनिट्स शामिल हैं।

4. रणनीतिक महत्व:

  • S-400 प्रणाली भारत की वायु रक्षा को मजबूत करती है और इसे चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से संभावित खतरों से सुरक्षा प्रदान करती है।
  • यह प्रणाली भारत की रणनीतिक परिसंपत्तियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

5. भविष्य की योजनाएँ:

  • भारत DRDO द्वारा विकसित की जा रही ‘प्रोजेक्ट कुशा’ प्रणाली पर भी कार्य कर रहा है, जो S-400 की क्षमताओं को और बढ़ाएगी।
  • यह प्रणाली 2028-29 तक सेवा में आने की उम्मीद है और यह भारतीय वायु सेना और नौसेना द्वारा उपयोग की जाएगी।

भारत ने रूस से S-400 ‘Triumf’ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की 5 यूनिट्स खरीदने के लिए लगभग 5.43 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 40,000 करोड़ रुपये) का समझौता किया था। यह समझौता 2018 में किया गया था और यह भारत-रूस रक्षा सहयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

प्रत्येक स्क्वाड्रन की लागत अलग-अलग हो सकती है, लेकिन कुल सौदे की कीमत ₹40,000 करोड़ के आसपास आंकी गई है, जो इसे भारत की अब तक की सबसे महंगी रक्षा डील्स में से एक बनाती है।

S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ प्रणाली भारत की वायु रक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसकी तकनीकी क्षमताएँ और रणनीतिक महत्व इसे भारत की सुरक्षा के लिए अनिवार्य बनाते हैं। भविष्य में, ‘प्रोजेक्ट कुशा’ जैसी स्वदेशी प्रणालियाँ भारत की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेंगी।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

प्रश्न 1: S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ प्रणाली क्या है?
उत्तर: S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एक उन्नत वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली है, जिसे भारत ने रूस से प्राप्त किया है। यह प्रणाली विभिन्न प्रकार की मिसाइलों और विमानों को इंटरसेप्ट करने में सक्षम है।

प्रश्न 2: S-400 प्रणाली की रेंज क्या है?
उत्तर: S-400 प्रणाली की अधिकतम रेंज 400 किमी है, और यह 30 किमी की ऊंचाई तक के लक्ष्यों को इंटरसेप्ट कर सकती है।

प्रश्न 3: भारत में S-400 प्रणाली कहाँ तैनात है?
उत्तर: भारत ने S-400 प्रणाली की स्क्वाड्रन पंजाब, पूर्वोत्तर, और राजस्थान-गुजरात क्षेत्र में तैनात की हैं।

प्रश्न 4: ‘प्रोजेक्ट कुशा’ क्या है?
उत्तर: ‘प्रोजेक्ट कुशा’ DRDO द्वारा विकसित की जा रही एक स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली है, जो S-400 की क्षमताओं को और बढ़ाएगी।

प्रश्न 5: S-400 प्रणाली भारत की सुरक्षा में कैसे सहायक है?
उत्तर: S-400 प्रणाली भारत की वायु रक्षा को मजबूत करती है और इसे पड़ोसी देशों से संभावित खतरों से सुरक्षा प्रदान करती है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!
Neeraj Goyat’s Dominant Dubai Victory Shocks Global Boxing Fans Prithvi Shaw IPL 2026 Auction Shock: Emotional Comeback Story IPL Auction 2026 Shock: Prithvi Shaw Goes Unsold, Fans Left Stunned Nargis Fakhri Biography: Untold Journey from Rockstar to Global Stardom